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Army Chief General Upendra Dwivedi: सीमा पर तनाव बढ़ा, सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी ने बताया किस शर्त पर होगी बांग्लादेश से बातचीत

Army Chief General Upendra Dwivedi: बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से भारत और बांग्लादेश के रिश्ते मधुर नहीं रहे हैं। हाल के दिनों में दोनों देशों के बीच सीमा पर तनाव बढ़ गया है। भारत-बांग्लादेश सीमा क्षेत्र में बाड़ लगाने को लेकर विवाद और भी गहरा हो गया है।

सेना दिवस से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेना प्रमुख का बयान
सेना दिवस से पहले आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सीमा की स्थिति पर जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बांग्लादेश के साथ बातचीत कब संभव होगी।

बांग्लादेश से बातचीत को लेकर सेना प्रमुख का बयान

सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने बांग्लादेश से बातचीत को लेकर कहा,
“संकट के दौरान और हाल के समय तक मेरी बांग्लादेश सेना प्रमुख से संपर्क में बात हुई। हम बांग्लादेश के साथ केवल तभी बातचीत कर सकते हैं जब वहां एक निर्वाचित सरकार हो।”

बांग्लादेश ने जताई गहरी चिंता
इससे पहले, बांग्लादेश के विदेश सचिव मोहम्मद जशिम उद्दीन ने भारत के उच्चायुक्त प्रणय वर्मा से मुलाकात के दौरान हालिया सीमा तनाव को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की।
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया,
“विदेश सचिव मोहम्मद जशिम उद्दीन ने विदेश मंत्रालय में अपने कार्यालय में भारत के उच्चायुक्त प्रणय वर्मा के साथ बैठक के दौरान बांग्लादेश-भारत सीमा पर भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) की हालिया गतिविधियों को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की।”

सीमा पर बाड़ लगाने को लेकर विवाद

भारत-बांग्लादेश सीमा पर बाड़ लगाने की प्रक्रिया ने तनाव को और बढ़ा दिया है। भारत इसे अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जरूरी मानता है, जबकि बांग्लादेश इसे अपने लोगों और क्षेत्रीय स्वतंत्रता पर खतरा मानता है।

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भारत की चिंता
भारत की ओर से सीमा पर अवैध घुसपैठ और तस्करी को रोकने के लिए बाड़ लगाना एक जरूरी कदम बताया गया है।
बांग्लादेश की आपत्ति
दूसरी ओर, बांग्लादेश ने इसे अपने अधिकार क्षेत्र में हस्तक्षेप के रूप में देखा है और इसे लेकर कूटनीतिक स्तर पर चिंता जताई है।

Army Chief General Upendra Dwivedi: सीमा पर तनाव बढ़ा, सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी ने बताया किस शर्त पर होगी बांग्लादेश से बातचीत

मणिपुर की स्थिति पर सेना प्रमुख का बयान

मणिपुर की स्थिति पर बोलते हुए, सेना प्रमुख ने कहा कि राज्य में सुरक्षा बलों के समन्वित प्रयासों और सरकार की सक्रिय पहलों के कारण स्थिति नियंत्रण में है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि मणिपुर में हिंसा की घटनाएं अब भी जारी हैं।

भारत-म्यांमार सीमा पर बढ़ाई गई निगरानी
सेना प्रमुख ने यह भी बताया कि म्यांमार की स्थिति के प्रभाव से निपटने के लिए भारत-म्यांमार सीमा पर निगरानी बढ़ा दी गई है। मणिपुर में शांति बनाए रखने और किसी भी बाहरी प्रभाव को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है।

भारत-बांग्लादेश संबंध: चुनौतियां और समाधान

1. संबंधों में तनाव के कारण

  • सीमा विवाद: बाड़ लगाने को लेकर विवाद।
  • अवैध गतिविधियां: सीमा पर तस्करी और घुसपैठ।
  • राजनीतिक अस्थिरता: बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद उत्पन्न अस्थिरता।

2. समाधान के उपाय

  • कूटनीतिक वार्ता: विवादित मुद्दों पर बातचीत।
  • सीमा प्रबंधन: अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए सहयोग।
  • सांस्कृतिक आदान-प्रदान: दोनों देशों के नागरिकों के बीच बेहतर संबंध बनाने के लिए पहल।

बांग्लादेश की स्थिति: एक नजर

बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद राजनीतिक अस्थिरता ने देश की स्थिति को कमजोर किया है। इसके साथ ही, सीमा पर बढ़ते विवाद ने भारत-बांग्लादेश संबंधों को और जटिल बना दिया है।

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भारत की भूमिका
भारत ने हमेशा बांग्लादेश के साथ मधुर संबंध बनाए रखने की कोशिश की है। लेकिन हालिया घटनाओं ने दोनों देशों के बीच भरोसे की कमी को उजागर किया है।

भारत और बांग्लादेश के बीच बढ़ते तनाव को कम करने के लिए कूटनीतिक संवाद और सहयोग बेहद जरूरी है। सीमा विवाद और राजनीतिक अस्थिरता जैसे मुद्दों पर आपसी समझ और समाधान खोजने की जरूरत है। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी का बयान इस बात को रेखांकित करता है कि भारत अपने पड़ोसी देशों के साथ संबंध सुधारने के लिए बातचीत का रास्ता अपनाने को तैयार है, लेकिन इसके लिए राजनीतिक स्थिरता और आपसी विश्वास आवश्यक है।

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